बुधवार, 22 अक्टूबर 2025

गोवर्धन पूजा: गाय, प्रकृति और कृतज्ञता का पर्व जो जोड़ता है गाँव और जीवन से

 

गोवर्धन पूजा: गाय, प्रकृति और कृतज्ञता का पर्व जो जोड़ता है गाँव और जीवन से

🌄 परिचय: गोवर्धन पूजा का असली अर्थ

दीपावली के अगले दिन मनाई जाने वाली गोवर्धन पूजा सिर्फ भगवान कृष्ण की आराधना नहीं है, यह प्रकृति, गाय और धरती माता के प्रति आभार प्रकट करने का पर्व है।
कृष्ण ने जब इंद्र के अहंकार को शांत किया और गोवर्धन पर्वत को उठाकर गाँववासियों की रक्षा की, तब से इस दिन को प्रकृति और गोपालन का प्रतीक माना जाता है।


🐄 गाय और गोवर्धन पूजा का अटूट संबंध

गाय को “गोवर्धन पूजा” में सबसे प्रमुख स्थान दिया जाता है। इस दिन लोग अपनी गायों को नहलाते हैं, सजाते हैं और उन्हें तिलक लगाते हैं।

  • गाय का गोबर इस दिन गोवर्धन पर्व बनाने में प्रयोग होता है।

  • गाँवों में बच्चे और महिलाएँ गोबर से छोटी पहाड़ियाँ बनाकर पूजा करते हैं।

  • यह संदेश देता है कि “धरती और गाय — दोनों ही जीवनदाता हैं।”


🌾 पर्यावरण और वैज्ञानिक दृष्टिकोण

गोवर्धन पूजा पूरी तरह eco-friendly त्योहार है:

  • गोबर से बनी मूर्तियाँ मिट्टी को उपजाऊ बनाती हैं।

  • गोबर जलाने से मच्छर और जीवाणु दूर रहते हैं।

  • यह पर्व सस्टेनेबल लिविंग की सबसे प्राचीन मिसाल है।

कई गाँवों में गोवर्धन पूजा के बाद खेतों में गोबर खाद डालने की परंपरा है, जिससे भूमि की उर्वरता बढ़ती है — यह विज्ञान और परंपरा का सुंदर संगम है।


🌍 गाँवों में दिखते सकारात्मक बदलाव

जिन गाँवों में आज भी यह पर्व सामूहिक रूप से मनाया जाता है, वहाँ:

  • सामुदायिक एकता बढ़ती है

  • गौशालाओं को सहयोग मिलता है

  • लोग प्राकृतिक खेती की ओर लौट रहे हैं

जैसे हरियाणा और उत्तर प्रदेश के कई गाँवों में गोवर्धन पूजा के बाद किसान एक दिन “गौ सेवा दिवस” के रूप में मनाते हैं।


🪔 आध्यात्मिक संदेश

गोवर्धन पूजा हमें सिखाती है कि:

“जिस धरती ने हमें जन्म दिया, जिसकी गाय ने हमें दूध दिया — उसकी पूजा ही सच्ची भक्ति है।”


FAQs Section

Q1. गोवर्धन पूजा कब मनाई जाती है?
➡ दीपावली के अगले दिन, कार्तिक शुक्ल प्रतिपदा को।

Q2. गोवर्धन पूजा में क्या किया जाता है?
➡ गोबर से पर्वत बनाकर, दूध-दही चढ़ाकर और गाय की पूजा की जाती है।

Q3. गाय का इसमें क्या महत्व है?
➡ गाय को गोवर्धन पर्व की आत्मा माना गया है — उसके बिना पूजा अधूरी है।

Q4. क्या गोवर्धन पूजा सिर्फ हिंदू धर्म तक सीमित है?
➡ नहीं, यह एक प्रकृति सम्मान पर्व है, जो सभी के लिए एक पर्यावरण संदेश देता है।

Q5. क्या आधुनिक जीवन में भी इसका महत्व है?
➡ बिल्कुल, यह हमें eco-friendly जीवनशैली और गाय आधारित कृषि अपनाने की प्रेरणा देता है।

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