🌿 परिचय
गाय का गोबर सिर्फ खाद और बायोगैस के लिए ही नहीं, बल्कि कला और शिल्प के लिए भी अनमोल है। गाँवों में सदियों से महिलाएं और बच्चे गोबर से दीये, खिलौने और पूजा सामग्री बनाते रहे हैं। आज हम आपको बताएंगे कि कैसे आप घर बैठे गोबर से सुंदर क्रिएटिव आर्ट्स बना सकते हैं।
🪔 गोबर से दीये बनाने की विधि
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ताज़ा गोबर लें और इसे अच्छे से गूंध लें।
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उसमें थोड़ा मिट्टी मिलाकर आटा जैसा बना लें।
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हाथों से दीये का आकार दें।
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धूप में सुखाएं और चाहें तो हल्दी या चूना से रंग दें।
👉 ये दीये पर्यावरण के अनुकूल, सस्ते और सुंदर होते हैं।
🎎 गोबर से खिलौने
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जानवरों के छोटे-छोटे मॉडल (गाय, घोड़ा, हाथी)।
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छोटे बर्तन या रसोई खिलौने।
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बच्चों के खेलने के लिए गेंद या पुतला।
👉 ये खिलौने बच्चों में क्रिएटिविटी और देसी संस्कृति से जुड़ाव बढ़ाते हैं।
🖼️ गोबर से सजावट
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गोबर से बनी दीवार पर सजावट (वॉल हैंगिंग)।
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पूजा के लिए शुभ चिन्ह (ॐ, स्वास्तिक, गणेशजी के मॉडल)।
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फेस्टिवल्स में घर सजाने के लिए कैंडल होल्डर, लैंप, टेबल सजावट।
🌍 लाभ
✔ पर्यावरण अनुकूल
✔ गाँवों में रोजगार का साधन
✔ बच्चों और महिलाओं के लिए क्रिएटिव अवसर
✔ त्योहारों और मेलों में अतिरिक्त आय का स्रोत
❓ FAQs
Q1. क्या गोबर से बनी चीज़ें जल्दी खराब हो जाती हैं?
नहीं, अगर इन्हें अच्छे से सुखाकर रखा जाए तो ये लंबे समय तक चलती हैं।
Q2. क्या गोबर आर्ट्स पेंट किए जा सकते हैं?
हाँ, इन्हें प्राकृतिक या वॉटर-बेस्ड रंगों से पेंट किया जा सकता है।
Q3. क्या ये सामान घर में रखना सुरक्षित है?
बिलकुल, सूखा गोबर एंटी-बैक्टीरियल होता है और सुरक्षित है।
Q4. क्या गोबर के दीयों में तेल डालकर पूजा हो सकती है?
हाँ, ये दीये मिट्टी के दीयों जैसे ही काम करते हैं।
Q5. क्या गोबर आर्ट बेचकर कमाई की जा सकती है?
जी हाँ, इन्हें ऑनलाइन मार्केटप्लेस और मेलों में बेचकर आय प्राप्त कर सकते हैं।
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